डॉ अम्बा सेठी, एक वृतिक साइकोलोजिस्ट है. इन्होने भोपाल से एम.बी.बी.एस करके, साइकोलॉजी में एम.ए और पी.एच.डी कर विशेषज्ञता प्राप्त की। डी. पी.एस रायपुर में परामर्शदाता होने के अलावा ,वे महिला पुलिस स्टेशन में उपबोधन तथा पुलिस ट्रेनिंग स्कूल , माना एवं अन्य संस्थाओ में परामर्श देती है। इनकी वार्ता विभिन्न विषयों पर होती है – पेरेंटिंग से लेकर। तनाव प्रबंधन तथा आनंद एवं सिद्धि पे।एक औरत होना वास्तव में अपने आप में ही एक बड़ी बात है ।

साइकोलोजिस्ट डॉ अम्बा सेठी

डॉ.सेठी विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कहती है “हर एक को एक बुनियादी तथ्य को समझना चाहिए- हर इंसान का उम्र बढ़ना अनिवार्य है । पर हमें यह महत्वपूर्ण प्रश्न पर ध्यान देना चाहिए की क्या उम्र के साथ हम भी विचारो से बड़े हो रहे है?क्या हमारे बड़े होने से हमारे रिश्ते में परिपक्वता आ रही है? क्या उम्र बढ़ने से हम और अधिक शांतिपूर्ण हुए हूं? जब हम जीवन में मुढ़कर देखे और हमें महसूस हो की उम्र के साथ हमारे अंदर वृद्धि हुई है – विचारो की सोच की ,तो ही हम डिप्रेशन जैसी तुच्छ बीमारियों का निवारण कर सकते है और अपने सामाजिक ज़िम्मेदारियों को परिपूर्ण कर सकते है ।“