छत्तीसगढ़ कामधेनु विश्वविद्यालय, कवरधा में स्थित यह संस्थान राज्य का एकमात्र मत्स्यपालन कॉलेज है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्थापित यह संस्थान न केवल देश के बच्चों के भविष्य के निर्माण की दिशा में काम कर रहा है, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्हें मछली पालन के तरीका से भी अवगत करा रहा है।
हाई-टेक लाइब्रेरी, प्रयोगशालाएं से सुसज्जित यह इंस्टिट्यूट रिसर्च प्रोग्राम्स भी कंडक्ट करती है। 4 साल की डिग्री कोर्स प्रदान करने वाली इस इंस्टिट्यूट से अब तक 5 बैच पास हुए हैं।इस कॉलेज से पास हुए छात्र राज्य के विभिन्न स्थानों पर मत्स्यपालन निरीक्षक और मत्स्यपालन विभाग में विभिन्न पदों पर काम कर रहे हैं। साथ ही, यहां व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम और मास्टर डिग्री कोर्स भी चलाए जा रहे हैं। आज तक में , 35 प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 40 मत्स्य पालन किसान प्रशिक्षित हुए है। इन किसानो को उन्नत मछली पकड़ने की तकनीक, बीज उत्पादन एवं प्रसंस्करण तकनीक और बाजार संबंधित जानकारी से प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि ये मत्स्य पालन किसान अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें। किसानों को इन प्रोग्राम्स में उन्नत बीज के बारे में सिखाया गया है।इन प्रोग्राम्स के द्वारा पश्चात वे मछलियो का सही भोजन के साथ ठीक से ध्यान रखना, बिमारियों से बचाना सीख रहे है।
छत्तीसगढ़ प्रशासन लगातार मछली के उत्पादन को बढ़ावा दे रही है।