पूरे देश में ट्रांसजेंडर्स को आगे बढ़ने के लिए सरकारें मौका दे रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के वर्ष 2014 के जजमेंट के द्वारा ट्रांसजेंडर को समाज में मान्यता दी गयी।छत्तीसगढ़ पुलिस फोर्स में ट्रांसजेंडर्स को मौका देने वाला पहला प्रदेश है। ट्रांसजेंडर्स को समाज में पर्याप्त स्थान देने के उद्देश्य से शासन ने उन्हें भी आरक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए योग्य मानते हुए आवेदन आमंत्रित किया ।
सरकार के इस पहल से ये विशेष समुदाय काफ़ी उत्साहित है। समाज में सभी वर्गों को समान अवसर देने का प्रयास किया जा रहा है। यह समुदाय अपने प्रतिभा को साबित करने के लिए तत्पर है। अन्य आवेदकों की तरह वे भी अपने लिखित प्रवेश परीक्षा की तैयारियां कर रहे है।
राज्य सरकार ने थर्ड जेंडर को एक कार्ड जारी किया है। भर्ती प्रक्रिया में यह कार्ड होना अनिवार्य है। प्रदेश भर में एक हजार से ज्यादा लोगों को ये कार्ड जारी किया जा चुका है।ट्रेनों में अक्सर ऐसे फर्जी लोग पकड़े जाते हैं जो थर्ड जेंडर के नाम पर वसूली करते हैं। ऐसे में सरकार ने इस समस्या से बचने के लिए कार्ड जारी किया है।
छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार पुलिस आरक्षकों की भर्ती में ट्रांसजेंडर ने हिस्सा लेकर कीर्तिमान रच दिया है।